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Saturday 1 June 2013

लड़की ने मर्जी से की शादी, पंचों ने परिवार को दी सजा ( खाप )

राजस्थान में जैसलमेर की एक पंचायत ने एक लड़की के घरवालों को जूते की माला पहनाई, मुर्गा बनाया और फिर दस लाख का जुर्माना ठोंक दिया. पंचायत ने ये धमकी भी दी कि जुर्माना नहीं दिया तो जाति और समाज से बाहर कर दिया जाएगा. लड़की की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने एक लड़के से शादी करने से मना कर दिया था. राजस्थान में जैसलमेर का रामा गांव सुर्खियों में है. वजह बड़ी अजीब है. दरअसल यहां की जातीय पंचायत ने एक ऐसा तालीबानी फैसला सुनाया है जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. कुछ दिनों पहले गांव की एक बालिग लड़की ने अपने पसंद के लड़के से शादी कर ली.
लड़की के घरवालों के मुताबिक पंचायत को ये बात अखर गई- क्योंकि लड़की की शादी की बात कहीं और चल रही थी. जब लड़की की शादी कहीं और हो गई तो लड़के के घरवालों ने पंचायत में शिकायत की. फिर क्या था परमेश्वर माने जाने वाले पंचों पर हिटलर की आत्मा घुस आई. पंचों ने लड़की के घरवालों को जूतों की माला पहनाई और समाज में बने रहने के लिए 10 लाख का जुर्माना ठोंक दिया.
इस मामले की पंचायत रामा गांव के ट्यूबवेल पर चल रही थी जहां पर 11 पंचों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण पिछले तीन दिनों से बैठे हुए थे. गुरुवार शाम को उन्होंने मेरी बेटी की शादी चमा राम से करने को गलत बताया और मेरे पूरे परिवार को दोषी मानते हुए भरी सभा में भारी अपमान किया. हम सबको मुर्गा बनाकर मुझे और सभी भाईयों को जूतों की माला पहनाई. साथ ही 10 लाख रुपये का दण्ड भी लगा दिया.
बात यहीं खत्म नहीं होती, लड़की को भी जान से मारने की धमकी मिल रही है. सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि उसने अपने पसंद के लड़के से शादी क्यों की.
लड़की और उसके घरवालों को ही नहीं, जिस लड़के से उसकी शादी हुई पंचों ने उसके खिलाफ भी फरमान सुना दिया. पंचायत ने तालिबानी फरमान सुनाया तो लड़की के घरवालों ने पुलिस में गुहार लगाई. इसके बाद पुलिस हरकत में आई और मामला दर्ज कर पंचों की गिरफ्तारी के आदेश दे दिए गए.
पुलिस कार्रवाई कर रही है और लड़की को सुरक्षा के दावे भी कर रही है लेकिन सवाल ये कि जब देश का संविधान बालिग लड़के लड़की को अपनी मर्जी से शादी का अधिकार देता है तो फिर पंचों ने सवाल खड़े करने की हिम्मत कैसे की.

BCCI प्रमुख श्रीनिवासन इस्‍तीफा देने को राजी!!

बीसीसीआई की आपात बैठक रविवार को चेन्नई में होगी, जिसमें बोर्ड में लगभग अलग-थलग पड़ गए अध्यक्ष एन श्रीनिवासन अपने पद से इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं.
आईपीएल स्‍पॉट फिक्सिंग प्रकरण और सट्टेबाजी के आरोपों में अपने दामाद की गिरफ्तारी के बाद श्रीनिवासन पर पद छोड़ने का दबाव बढ़ रहा था और ऐसे में बीसीसीआई ने कार्य समिति की बैठक समय से पहले कराने का फैसला किया. श्रीनिवासन ने कार्य समिति की बैठक अगले शनिवार को कराने की योजना बनाई थी.
बीसीसीआई के खेल विकास मैनेजर रत्नाकर शेट्टी ने कहा, ‘कार्य समिति की आपात बैठक कल चेन्नई में सुबह 11 बजे होगी.’ शेट्टी की घोषणा से कुछ घंटे पहले बीसीसीआई उपाध्यक्ष अरूण जेटली और संयुक्त सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा था कि 24 घंटे कि भीतर किसी महत्वपूर्ण प्रगति का इंतजार कीजिए.
बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि श्रीनिवासन पद छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा कर सकते हैं और इस संबंध में उन्होंने बोर्ड के कुछ अधिकारियों से चर्चा भी की है.
कल इस्तीफा दिया जा सकता है इसका संकेत देते हुए आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा, ‘कुछ घोषणाएं की जा सकती हैं. एक दिन का इंतजार कीजिए.’ कार्य समिति की बैठक में नये अध्यक्ष का चुनाव नहीं होने तक बोर्ड के अंतरिम प्रमुख के नाम पर भी फैसला किया जा सकता है.
श्रीनिवासन ने स्‍पॉट फिक्सिंग प्रकरण के बावजूद अड़ियल रवैया दिखाते हुए अपने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद शुक्रवार रात बोर्ड के कोषाध्यक्ष अजय शिरके और सचिव संजय जगदाले ने विरोध स्वरूप इस्तीफा दे दिया. सट्टेबाजी में लिप्त होने के आरोप में श्रीनिवासन के दामाद और चेन्नई सुपरकिंग्स के टीम प्रिंसिपल गुरुनाथ मयप्पन की गिरफ्तारी के बाद बीसीसीआई का संकट लगातार गहराता जा रहा है. श्रीनिवासन से इस्तीफा देने की मांग लगातार की जा रही है लेकिन उन्होंने इसे खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. श्रीनिवासन की कंपनी इंडिया सीमेंट्स चेन्नई सुपरकिंग्स का मालिकाना हक रखती है.
आईपीएल छह की शुरूआत में आईसीसी के मयप्पन को सटोरियों से दूर रहने के प्रति चेताने की खबर सामने आने के कुछ घंटों बाद ही श्रीनिवासन ने आठ जून को कार्य समिति की आपात बैठक बुलाने की घोषणा की थी लेकिन अब यह बैठक निर्धारित समय से पहले होगी.
ठाकुर ने भी सुबह दोहराया कि श्रीनिवासन को निष्पक्ष जांच के हित में इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘पारदर्शी और निष्पक्ष जांच के लिए उन्हें पद छोड़ देना चाहिए.’ इस बीच बीसीसीआई उपाध्यक्ष निरंजन शाह ने कहा कि यह प्रकरण लगातार शर्मनाक होता जा रहा है लेकिन वह श्रीनिवासन का इस्तीफा मांगने से बचे